रविवार, 17 सितंबर 2017

विनम्रता

                    विनम्रता 
विमम्रता मनुष्य के व्यक्तित्व का ऐसा आभूषण है ,जो उसे सर्वत्र आदर और प्रशंसा दिलाता है ।जाे व्यक्ति जितना ज्यादा विनम्र होता है, उसके चालने वाले भी उतने ही ज्यादा होते है ।  यह सब
हमारे अपने व्यक्तित्व निर्माण पर निर्भर करता है ।हमारे आचार - व्यवहार में नम्रता होती है तो हमें
सबसे मिलने में, उनसे बात करने में, उठने- बैठने 
में कोई कष्ट नहीं होता । लेकिन यदि विनम्रता नहीं है तो भेदभाव जागता है । लोगों के बीच हम 
दूरियाँ पैदा कर लेते है :-   उनमे अपनत्व की भावना खो बैठते है ।
 बड़ो के प्रति कर्तव्य ,बराबर वालो के प्रति प्रेम और स्नेह ,छोटों के प्रति कुलीनता की परिचायक
और सामान्य लोगो के प्रति संवेदनशीलता ही विनम्रता के प्रमुख लक्षण है । घर ,दफ्तर, कारखाना,सफर या कहीं और विनम्रता से हम सब जगह अपने लिए 'स्थान' बना सकते है ।

 विश्वास न हो तो , आजमा कर देखिए ।

        धन्यवाद ।💐💐💐💐💐💐💐

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

किताबें

गुरू